वाशिंगटन, २६ अक्तूबर. अमेरिका के स्थानीय संगठनों ओर अमेरिकी सरकार के बीच पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के कारण आनाकानी होने लगी है. इसी का एक प्रमाण हाल ही में देखने को मइला जब अमेरिका के एक बौद्धिक संगठन ने अपने देश से कहा कि अगर पाकिस्तान भारत के खिलाफ अपनी आतंकी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाता है तो अमेरिका उसे छिपाने के बजाए उनका सार्वजनिक तौर पर पर्दाफाश करे.
इस संगठन का कहना है कि अमेरिका आइएसआई पकिस्तान की सेना पर इस बात का दबाब बनाये कि वह कश्मीर में अपनी हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा न दे. राष्ट्रपति बराक ओबामा कि भारत यात्रा से पहले भारत-अमेरिका सम्भंधों पर एक रिपोर्ट जारी करते हुए कार्निज एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस ने कहा कि कश्मीर मुद्दा ऐसी चुनौती है, जिसे अमेरिका न तो सुलझा सकता है और न ही उसकी उपेक्षा कर सकता है.
जार्ज पर्कोविच द्वारा लिखित इस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान जब सीमापार से घुसपैठ रोकने में असफल हो या जिहादी प्रशिक्षण कार्यक्रम को न रोक पाए, तब एक सीमा तक अमेरिका को पाकिस्तान के करतूतों का पर्दाफाश करना चाहिए. रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी ओर भारत को भी सलाह दी गई है कि उसे कश्मीर घाटी में कुशासन और मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों को दूर करने के लिए और प्रयास करने चाहिए. इसमें कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान अपने संबंधों को सामान्य करने को लेकर हर संभव कोशिश करें
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