रेवाड़ी, 21अक्तूबर (रोहित)। करीब पांच साल पहले एक व्यक्ति ने अपने राशन कार्ड पर मोबाईल का क्नैकशन लिया। उस व्यक्ति ने एक सिम क्या लिया मानों उसकी आईडी पर एक के बाद एक फर्जी सिमों की भरमार हो गई।
इब्राहिमपुर गांव के महेंद्र सिंह पुत्र रतिराम ने अक्टूबर 2005 को मॉडल टाउन स्थित एक इलेक्ट्रोनिक की एक दुकान से निजी मोबाईल कंपनी का एक सिम लिया जिसका न0 98132-47245 मिला। 16 फरवरी 2006 को गुड़गांव जिले से पटौदी पुलिस महेंद्र सिंह के पास पहुंची। पुलिस का कहना था महेंद्र सिंह ने अपने फोन से किसी लड़की से अश्लील बातें की। लेकिन पुलिस जो नंबर बता रही थी वो नंबर कोई और था, और जांच जारी रखतें हुए पुलिस वापिस लौट गई, कुछ दिन बाद हिसार पुलिस उसके पास पहुंच गई यहां भी महेंद्र पर किसी महिला के साथ अश्लील बातें करने का आरोंप था। इसी तरह भिवानी की पुलिस भी महेंद्र के पास पहंची ।परेशान महेंद्र सिम विक्रेता के पास पहुंचा तो उसकी आईडी पर अलग से किसी को कनेक्शन देने बात को नकार दिया। महेंद्र ने अपने कागजात मांगे तो कहा गया कि वे कही गुम हो गए है. शक होने पर महेंद्र ने 26 मार्च 2006 को मॉडल टाउन थाना में शिकायत दर्ज करा दी पुलिस ने शिकायत के आधार पर दुकानदारों अजय और अशोक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इब्राहिमपुर गांव के महेंद्र सिंह पुत्र रतिराम ने अक्टूबर 2005 को मॉडल टाउन स्थित एक इलेक्ट्रोनिक की एक दुकान से निजी मोबाईल कंपनी का एक सिम लिया जिसका न0 98132-47245 मिला। 16 फरवरी 2006 को गुड़गांव जिले से पटौदी पुलिस महेंद्र सिंह के पास पहुंची। पुलिस का कहना था महेंद्र सिंह ने अपने फोन से किसी लड़की से अश्लील बातें की। लेकिन पुलिस जो नंबर बता रही थी वो नंबर कोई और था, और जांच जारी रखतें हुए पुलिस वापिस लौट गई, कुछ दिन बाद हिसार पुलिस उसके पास पहुंच गई यहां भी महेंद्र पर किसी महिला के साथ अश्लील बातें करने का आरोंप था। इसी तरह भिवानी की पुलिस भी महेंद्र के पास पहंची ।परेशान महेंद्र सिम विक्रेता के पास पहुंचा तो उसकी आईडी पर अलग से किसी को कनेक्शन देने बात को नकार दिया। महेंद्र ने अपने कागजात मांगे तो कहा गया कि वे कही गुम हो गए है. शक होने पर महेंद्र ने 26 मार्च 2006 को मॉडल टाउन थाना में शिकायत दर्ज करा दी पुलिस ने शिकायत के आधार पर दुकानदारों अजय और अशोक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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